
हर्षा रिछारिया ने अपनी ज़िंदगी में हो रहे बदलाव को लेकर एक इंटरव्यू में कहा कि जब मैं ईश्वर की भक्ति में बहुत ज्यादा रमने लगी थी, मंदिर में जाना, भजन-कीर्तन में बैठना, जाप करना, तो मुझे बहुत आसान लग रहा था। लेकिन कहते हैं कि जब आप नेकी के रास्ते पर, भलाई के रास्ते पर, अच्छाई के रास्ते पर चलते हैं, तो बहुत कठिनाई आती है, जो मुझे आज महसूस हो रही है।

हर्षा रिछारिया ने अपने परिवार को लेकर क्या कहा:
हर्षा रिछारिया ने अपने परिवार को लेकर कहा कि उन्होंने मेरा हमेशा साथ दिया है। उन्होंने हमेशा मुझे बताया है कि तुम जो भी करोगी, हमें पूरा भरोसा है कि वो सही ही होगा।
हर्षा रिछारिया ने कहा कि मैंने अपनी शादी को लेकर ऐसा कुछ भी नहीं सोचा। मैं फिलहाल अपने धर्म के लिए, संस्कृति के लिए युवाओं को जागरूक करने के लिए धर्म के प्रति उस काम में आगे बढ़ना चाहती हूँ। मुझे लगता है कि मुझे फिलहाल यही करना चाहिए। क्योंकि हर बच्चा, हर इंसान सरकारी नौकरी करेगा, विदेशों में काम करेगा, तो धर्म के बारे में भी तो किसी को सोचना पड़ेगा। मुझे लगता है ईश्वर ने मुझे उसके लिए चुना है।
हर्षा रिछारिया ने अपनेआँखो और बालो को लेकर दिया बड़ा ब्यान :
उन्होने अपने आँखों के कलर को लेकर कहा कि मैं लेंस यूज़ करती हूँ। मेरे लेंस नार्मल लेंस नहीं हैं, मेरे पावर लेंस हैं क्योंकि मुझे चश्मा लगा है। हर जगह चश्मा कैर्री करना और लगाना आसान नहीं होता है, इसलिए मैं लेंस यूज़ करती हूँ।
और रही बात मेरे बालों की, जो बहुत बड़ा मुद्दा बना हुआ है। ये जटाएं, मैं पिछले 3 सालों से करवाना चाहती थी। मुझे बहुत अच्छा लगता था।

हर्षा रिछारिया ने अपने गुरु को लेकर दिया बड़ा ब्यान :
हर्षा रिछारिया ने कहा कि मुझे इस महाकुंभ से जाना पड़ रहा है। इसका सबसे बड़ा श्रेय आनंद स्वरूप जी को है, जिनकी वजह से मुझे यहाँ से जाना पड़ रहा है। मैं एक महीने के लिए आई थी इस भव्य महाकुंभ में।
जिस तरह के इलज़ाम उन्होंने लगाये हैं, जिन बयानों ने उन्होंने दिए हैं, गुरुदेव के खिलाफ और मेरे खिलाफ, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। मुझे जो बोलना है, बोलो। लेकिन आपने एक युवा पीढ़ी को हार्ट किया है, बदनामी भी दी है, और उसके साथ-साथ आपने मेरे परम पूज्य गुरु देव का जो नाम खराब किया है, उनकी मान-प्रतिष्ठा पे सवाल उठाये हैं। ये बहुत शर्मनाक है।
